राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत का बंगाल दौरा राज्य में संघ की गतिविधियों में तो तेजी लाएगा ही, राज्य की राजनीतिक जमीन पर भी इसका ताप महसूस किया जाएगा. शनिवार से दो दिवसीय बंगाल दौरे पर मोहन भागवत कोलकाता पहुंच रहे हैं. वह असम दौरे के बाद शनिवार की दोपहर को कोलकाता पहुंचेंगे.
अपने बंगाल प्रवास के दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत राज्य की विशिष्ट हस्तियों से मिलते रहे हैं. पिछली यात्राओं के दौरान वो शास्त्रीय संगीत गायक अजय चक्रवर्ती, राशिद खान, सरोद वादक तेजेंद्र नारायण मजूमदार से मुलाकात कर चुके हैं. लेकिन इस बार बंगाल दौरे के दौरान उनकी मुलाकात बिहार में सीबीआई के संयुक्त निदेशक रहे उपेन विश्वास से भी होगी. ये मुलाकात इसलिए भी अहम है क्योकि उपेन विश्वास पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्री भी रह चुके हैं, फिलहाल टीएमसी से उनके संबंध अच्छे नहीं बताये जाते हैं.
आपको बता दें कि उपेन विश्वास के पद पर रहने के दौरान ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के खिलाफ चारा घोटाला का मामला प्रकाश में आया था.
संघ के राज्य स्तर के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने टीवी9 को बताया कि अपने कोलकाता प्रवास के दौरान मोहन भागवत उपेन विश्वास के घर जा सकते हैं. हाल में उपेन विश्वास ने पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर सवाल किया था और आरोप लगाया था कि राज्य का एक बड़ा नेता शिक्षक भर्ती घोटाले में शामिल रहा है. इस बाबत कोर्ट ने उनसे जानकारी भी मांगी थी, तो उन्होंने कोर्ट को पूरी जानकारी दी थी.
कल्याण चौबे से मुलाकात करेंगे मोहन भागवत
इसके अतिरिक्त आरएसएस प्रमुख पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी कल्याण चौबे से भी मुलाकात करने उनके घर पर जा सकते थे. पिछले विधानसभा चुनाव में कोलकाता की मानिकतला सीट से कल्याण चौबे उम्मीदवार थे. भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व गोलकीपर चुनाव हारने के फिलहाल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष हैं.
आरएसएस पदाधिकारियों का कहना है कि मोहन भागवत अभिनेता विक्टर बनर्जी से भी मुलाकात करने उनके घर पर जा सकते हैं. विक्टर बनर्जी ने राजनीति में भी कदम रखा था, लेकिन फिलहाल वह राजनीति से दूर हैं और पिछले साल केंद्र सरकार ने उन्हें पद्मभूषण सम्मान देकर सम्मानित किया था.
होसबोले का भी बंगाल दौरा, करेंगे बैठक
मोहन भागवत के अतिरिक्त राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी बंगाल दौरे पर आ रहे हैं. होसबोले शनिवार और रविवार को दुर्गापुर में मध्य बंगाल के विभिन्न जिलों के संघ पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे. इसके बाद वह चार दिनों के लिए कोलकाता भी आ रहे हैं. 8 से 12 जनवरी तक चार दिवसीय दौरा है. उस समय वह मुख्य रूप से संगठनात्मक बैठकें करेंगे. माना जा रहा है कि राम मंदिर के उद्घाटन के दिन राज्य में संघ की भूमिका और उत्सव का स्वरूप कैसे दिया जाए, यह दुर्गापुर और कोलकाता की बैठक का मुख्य विषय होगा.
हालांकि आरएसएस का दावा है कि यह कार्यक्रम पूरी तरह से संगठनात्मक और नियमित है. हर साल इसी समय के आसपास ऐसी यात्रा होती है. हालांकि संघ के दो नेताओं का एक साथ बंगाल आगमन आरएसएस के संगठन को और भी मजबूत करने की दृष्टि से काफी अहम मानी जा रही है.